Chapter-9                     निर्माणों के पावन युग में    


प्र.1. ‘वसुधा’ शब्द का क्या अर्थ है?

उ. ‘वसुधा’ का अर्थ पृथ्वी या धरती से है। यह वह स्थान है जहाँ सभी जीव-जंतु, वनस्पतियाँ और मनुष्य निवास करते हैं। इसे माँ के समान माना गया है जो हमें जीवन प्रदान करती है।


प्र.2. ‘अगम’ शब्द का अर्थ क्या है?

उ. ‘अगम’ का अर्थ होता है — जिसे प्राप्त करना या पाना कठिन हो। यह शब्द अपार, गूढ़ या अप्राप्य वस्तु या ज्ञान के लिए प्रयुक्त होता है, जैसे — “अगम ज्ञान” अर्थात ऐसा ज्ञान जो आसानी से नहीं प्राप्त होता।


प्र.3. ‘अगाध’ का अर्थ बताइए।

उ. ‘अगाध’ का अर्थ है — बहुत गहरा या अधाह। यह शब्द आमतौर पर सागर, ज्ञान, प्रेम या श्रद्धा की गहराई को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होता है।


प्र.4. ‘मंझधार’ शब्द का क्या अर्थ है?

उ. ‘मंझधार’ का अर्थ है — लहरों के बीचोंबीच, जहाँ से किनारा दूर होता है। यह शब्द कठिन या संकटपूर्ण स्थिति को भी सूचित करता है, जैसे — “वह मंझधार में फँस गया।”


प्र.5. ‘कौमुदी’ का अर्थ क्या है?

उ. ‘कौमुदी’ का अर्थ है — चाँदनी या चंद्रमा की शीतल प्रकाश। यह शब्द सुंदर, शांत और प्रकाशमान वातावरण के लिए प्रयोग किया जाता है।


प्र.6. ‘भौतिकता’ शब्द से क्या अभिप्राय है?

उ. ‘भौतिकता’ का अर्थ सांसारिकता या भौतिक सुख-सुविधाओं में लिप्तता से है। जब मनुष्य आध्यात्मिक मूल्यों से दूर होकर केवल धन, वैभव और सुविधाओं को महत्व देता है, तब उसे भौतिकतावादी कहा जाता है।


प्र.7. ‘अथान’ शब्द का क्या अर्थ है?

उ. ‘अथान’ का अर्थ है — उन्नति या प्रगति। यह शब्द जीवन में आगे बढ़ने, सुधार करने या उच्च स्थिति प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त होता है।


प्र.8. “अगाध ज्ञान” का क्या मतलब है?

उ. “अगाध ज्ञान” का अर्थ है — बहुत गहरा, विशाल और व्यापक ज्ञान। ऐसा ज्ञान जो किसी व्यक्ति को विद्वानों की श्रेणी में रखता है और जिसमें सीमाएँ नहीं होतीं।


प्र.9. “मंझधार में फँसना” मुहावरे का क्या अर्थ है?

उ. “मंझधार में फँसना” का अर्थ है — कठिन परिस्थिति में फँस जाना, जहाँ से निकलना मुश्किल हो। यह जीवन की उन परिस्थितियों के लिए कहा जाता है जहाँ व्यक्ति दुविधा या संकट में हो।


प्र.10. “भौतिकता से दूर रहना” का क्या अभिप्राय है?

उ. इसका अर्थ है — सांसारिक सुख-सुविधाओं से विरक्त होकर आध्यात्मिक जीवन अपनाना। ऐसा व्यक्ति सादगीपूर्ण जीवन जीता है और आत्मिक शांति को महत्व देता है।


प्र.11. आर्यभट्ट ने शून्य की ___ की।

उ. आर्यभट्ट ने शून्य की खोज की। उन्होंने गणित के क्षेत्र में यह महान आविष्कार किया, जिससे गणना की पद्धति में क्रांतिकारी परिवर्तन आया।


प्र.12. प्रगति के लिए आपसी ___ आवश्यक है।

उ. प्रगति के लिए आपसी स्पर्धा आवश्यक है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से व्यक्ति अपनी योग्यता को बढ़ाता है और समाज में सकारात्मक विकास होता है।


प्र.13. कार्यक्रम को शुरू करने के लिए अध्यक्ष महोदय की ___ चाहिए।

उ. कार्यक्रम को शुरू करने के लिए अध्यक्ष महोदय की अनुमति चाहिए, क्योंकि यह औपचारिकता अनुशासन और आदर का प्रतीक है।


प्र.14. काले बादलों को देखकर बारिश की ___ है।

उ. काले बादलों को देखकर बारिश की संभावना है। यह प्रकृति का सामान्य संकेत है कि मौसम बदलने वाला है।


प्र.15. सड़क योजना में सैकड़ों मजदूरों को ___ मिला।

उ. सड़क योजना में सैकड़ों मजदूरों को रोजगार मिला, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी और समाज में विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ।


प्र.16. स्वामी विवेकानंद जी कौन थे?

उ. स्वामी विवेकानंद जी भारत के महान संत, समाज सुधारक और युवाओं के प्रेरणास्रोत थे। उन्होंने वेदांत और भारतीय संस्कृति का प्रचार पूरे विश्व में किया और लोगों को आत्मविश्वास, कर्म और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया।


प्र.17. स्वामी विवेकानंद ने विश्व में भारत का नाम कहाँ रोशन किया?

उ. उन्होंने 1893 में अमेरिका के शिकागो नगर में आयोजित धर्मसभा में भारत की संस्कृति, सहिष्णुता और आध्यात्मिकता का परिचय दिया, जिससे भारत का नाम विश्वभर में गौरवान्वित हुआ।


प्र.18. ‘पर्यावरण और मानव’ पर आधारित नाटक का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उ. इस नाटक का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित करना है, ताकि पेड़-पौधे, जल, वायु और धरती सुरक्षित रहें और आने वाली पीढ़ियाँ स्वस्थ जीवन जी सकें।


प्र.19. समाज-विघातक घटनाओं की रोकथाम कैसे की जा सकती है?

उ. समाज-विघातक घटनाओं की रोकथाम शिक्षा, जनजागरूकता, कानून के पालन और नैतिक मूल्यों के प्रचार से की जा सकती है। जब नागरिक जिम्मेदारी से व्यवहार करते हैं, तो समाज सुरक्षित बनता है।


प्र.20. ‘देश हित के लिए आप क्या करते हैं’?

उ. मैं अपने देश की स्वच्छता बनाए रखता हूँ, पेड़ लगाता हूँ और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करता हूँ। देश के प्रति निष्ठा और जिम्मेदारी हर नागरिक का कर्तव्य है।


प्र.21. “निर्माणों के पावन युग में हम इन्हें न भूलें” — यहाँ ‘इन्हें’ किसके लिए कहा गया है?

उ. यहाँ ‘इन्हें’ से तात्पर्य उन महापुरुषों, वैज्ञानिकों और स्वतंत्रता सेनानियों से है जिन्होंने देश के निर्माण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


प्र.22. विज्ञान के आविष्कार हमारे जीवन में क्या भूमिका निभाते हैं?

उ. विज्ञान के आविष्कारों ने जीवन को सुविधाजनक, तेज और उन्नत बना दिया है। बिजली, इंटरनेट, परिवहन और चिकित्सा के क्षेत्र में हुए आविष्कारों ने मानव जीवन को क्रांतिकारी रूप से बदल दिया।


प्र.23. प्रगति के लिए आपसी स्पर्धा क्यों आवश्यक है?

उ. आपसी स्पर्धा मनुष्य में परिश्रम और नवाचार की भावना जगाती है। इससे व्यक्ति अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग करता है और समाज में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनता है।


प्र.24. अध्यक्ष महोदय की अनुमति क्यों जरूरी होती है?

उ. अध्यक्ष महोदय किसी कार्यक्रम के प्रमुख होते हैं। उनकी अनुमति अनुशासन और मर्यादा का प्रतीक होती है, जो किसी भी सभा या आयोजन को व्यवस्थित बनाती है।


प्र.25. सड़क योजना में मजदूरों को रोजगार मिलने का क्या लाभ है?

उ. इससे न केवल मजदूरों को आजीविका मिली बल्कि देश के विकास में भी योगदान हुआ। रोजगार मिलने से समाज में स्थिरता और आर्थिक उन्नति आती है।


प्र.26. भौतिकता के अधिक आकर्षण का क्या परिणाम होता है?

उ. जब व्यक्ति भौतिकता में फँस जाता है, तो वह मानसिक शांति खो देता है। धन और वस्तुओं के पीछे भागने से जीवन असंतुलित हो जाता है और नैतिक मूल्य घटते हैं।


प्र.27. “वसुधैव कुटुम्बकम्” का क्या अर्थ है?

उ. इसका अर्थ है — “संपूर्ण पृथ्वी एक परिवार है।” यह भारतीय संस्कृति का महान विचार है जो विश्व बंधुत्व और एकता का संदेश देता है।


प्र.28. आज के युग में उन्नति का मूल क्या है?

उ. आज के युग में शिक्षा, परिश्रम, विज्ञान और तकनीकी ज्ञान उन्नति के मूल आधार हैं। इनसे ही व्यक्ति और राष्ट्र दोनों प्रगति कर सकते हैं।


प्र.29. विज्ञान के क्षेत्र में भारत का योगदान क्या है?

उ. भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान, चिकित्सा, सूचना प्रौद्योगिकी और परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं। ‘चंद्रयान’, ‘मंगलयान’ और वैक्सीन विकास इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं।


प्र.30. इस पाठ का मुख्य संदेश क्या है?

उ. इस पाठ का मुख्य संदेश यह है कि हमें ज्ञान, विज्ञान और समाज के प्रति जिम्मेदारी से कार्य करते हुए देश की उन्नति में योगदान देना चाहिए।

Answer by Dimpee Bora