Chapter- 11 स्वतंत्रता गान
प्र.1. यह कविता किस विषय पर आधारित है?
उ. यह कविता देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना पर आधारित है। कवि ने इसमें उन शहीदों के प्रति श्रद्धा व्यक्त की है जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। कविता में स्वतंत्रता की ज्योति को कभी न बुझने देने का संदेश दिया गया है।
प्र.2. कविता के कवि कौन हैं?
उ. इस कविता के कवि का नाम पाठ में नहीं दिया गया है, परंतु यह रचना किसी अज्ञात देशभक्त कवि की है जिसने देश के प्रति अपने अटूट प्रेम और बलिदानी भावना को काव्यरूप में व्यक्त किया है।
प्र.3. कविता में ‘दिया’ किसका प्रतीक है?
उ. ‘दिया’ शहीदों के बलिदान, त्याग और स्वतंत्रता की अमर ज्योति का प्रतीक है। यह वह प्रकाश है जो कभी बुझता नहीं, जो देश के हर नागरिक को प्रेरणा देता है कि स्वतंत्रता की लौ सदैव जलती रहे।
प्र.4. ‘कब्र पर, मजार पर वह दिया बुझे नहीं’ — इस पंक्ति से क्या भाव प्रकट होता है?
उ. इस पंक्ति में कवि का भाव यह है कि शहीदों की स्मृति कभी नहीं मिटनी चाहिए। उनकी कब्र और मजार पर जलने वाला दीपक स्वतंत्रता की अमर ज्योति का प्रतीक है, जो उनके बलिदान की याद को सदा जीवित रखे।
प्र.5. ‘शहीद का पुण्य प्राणदान’ का क्या अर्थ है?
उ. इसका अर्थ है कि शहीदों ने अपने देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का पवित्र बलिदान दिया। उनका यह दान देश की आत्मा को अमर कर देता है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता है।
प्र.6. कविता में कौन-कौन से प्राकृतिक तत्वों का उल्लेख है?
उ. कविता में फूल, बबूल, घास, वायु, धूल, बदलियाँ, बिजलियाँ और आंधियाँ जैसे कई प्राकृतिक तत्वों का उल्लेख है। कवि ने इन सबको स्वतंत्रता के संघर्ष के साथ जोड़कर प्रस्तुत किया है।
प्र.7. ‘झूम-झूम बदलियाँ, चूम-चूम बिजलियाँ’ — इस पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
उ. इसमें अनुप्रास अलंकार है, क्योंकि ‘झूम-झूम’, ‘चूम-चूम’ में ध्वनि की सुंदर पुनरावृत्ति है। इससे कविता में लय और संगीतात्मकता आती है।
प्र.8. ‘वह स्वतंत्र भावना का स्वतंत्र गान है’ — इस पंक्ति में कवि की क्या भावना है?
उ. कवि कहना चाहता है कि स्वतंत्रता केवल शासन की स्थिति नहीं, बल्कि आत्मा की अवस्था है। यह वह भावना है जो व्यक्ति को ऊँचा उठाती है और राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाती है।
प्र.9. ‘फूंक दे, चकोर दे’ का क्या तात्पर्य है?
उ. इसका तात्पर्य है स्वतंत्रता की लौ को और अधिक प्रज्वलित करना। कवि चाहता है कि यह दीपक कभी बुझने न पाए — यह सदा उत्साह और जागृति का प्रतीक बना रहे।
प्र.10. ‘धूल है कब्र पर, मजार पर’ — इन प्रतीकों से क्या भाव व्यक्त होता है?
उ. इन प्रतीकों से शहीदों की समाधि और उनके त्याग की पवित्रता झलकती है। धूल, कब्र और मजार मृत्यु का नहीं, अमरत्व का प्रतीक हैं।
प्र.11. ‘दुकुल’ शब्द का अर्थ बताइए।
उ. दुकुल का अर्थ है — दुपट्टा या घास का फैलाव, जो धरती को ढकता है।
प्र.12. ‘विहान’ का अर्थ है —
उ. सवेरा या प्रातःकाल।
प्र.13. ‘निशीथ’ का अर्थ है —
उ. निशा या रात्रि का गहन समय।
प्र.14. ‘हिलोर’ का अर्थ है —
उ. लहर या तरंग।
प्र.15. ‘वितान’ का अर्थ है —
उ. आकाश या गगन का विस्तृत क्षेत्र।
प्र.16. कविता में ‘दिया’ बुझने न देने की प्रेरणा क्यों दी गई है?
उ. क्योंकि यह दिया देशभक्ति, बलिदान और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है। यदि यह बुझ गया, तो मानो देश की आत्मा मंद पड़ जाएगी।
प्र.17. ‘आंधियाँ उठा रहीं, हलचलें मचा रहीं’ — पंक्ति से कौन-सी स्थिति चित्रित होती है?
उ. यह देश में चल रहे संघर्ष, क्रांति और अशांति की स्थिति को दिखाती है। परंतु इस उथल-पुथल के बीच भी स्वतंत्रता की लौ जलती रहती है।
प्र.18. ‘क्षुद्र जीत-हार पर’ कवि क्या संदेश देता है?
उ. कवि कहता है कि स्वतंत्रता का संघर्ष इतना महान है कि छोटी-मोटी हार या जीत का कोई अर्थ नहीं। उद्देश्य महान है, इसलिए निरंतर आगे बढ़ना ही सच्ची जीत है।
प्र.19. कविता में शहीदों की भावना को किस रूप में प्रस्तुत किया गया है?
उ. कवि ने शहीदों की भावना को अमर दीपक के रूप में प्रस्तुत किया है, जो सदैव प्रकाश देता है और देशवासियों के हृदय में प्रेरणा भरता है।
प्र.20. कवि ने प्रकृति के माध्यम से क्या संदेश दिया है?
उ. कवि ने दिखाया है कि प्रकृति भी स्वतंत्रता की साक्षी है। फूल, बबूल, वायु, बदलियाँ सब मानो राष्ट्रप्रेम की भावना में सहभागी हैं।
प्र.21. कविता में कौन-कौन से अलंकारों का प्रयोग है?
उ. कविता में अनुप्रास, रूपक, मानवीकरण और प्रतीक अलंकारों का सुंदर प्रयोग किया गया है।
प्र.22. ‘स्वतंत्र भावना’ शब्द में कौन-सा समास है?
उ. तत्पुरुष समास।
प्र.23. ‘शहीद का पुण्य प्राणदान’ — यहाँ कौन-सी अलंकारिक विशेषता है?
उ. रूपक अलंकार — यहाँ शहीद के बलिदान को ‘पुण्य दान’ के रूप में कहा गया है।
प्र.24. ‘स्वदेश’ शब्द का अर्थ है —
उ. अपना देश या मातृभूमि।
प्र.25. कविता में कवि ने देशप्रेम को किन शब्दों में अभिव्यक्त किया है?
उ. स्वतंत्र भावना, शहीद का बलिदान, स्वतंत्र गान, अमर दीपक आदि शब्दों में कवि ने देशप्रेम प्रकट किया है।
प्र.26. कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
उ. हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हम अपने देश के प्रति समर्पित रहें, बलिदान और त्याग की भावना को बनाए रखें और स्वतंत्रता की रक्षा करें।
प्र.27. इस कविता में ‘स्वतंत्रता’ किस रूप में चित्रित है?
उ. स्वतंत्रता को कवि ने आत्मा की ज्योति, प्रेरणा और जीवन की ऊर्जा के रूप में चित्रित किया है।
प्र.28. कवि का राष्ट्र के प्रति दृष्टिकोण कैसा है?
उ. कवि का दृष्टिकोण समर्पित, त्यागपूर्ण और गौरवशाली है। वह देश के लिए सब कुछ न्योछावर करने की भावना रखता है।
प्र.29. कविता में निहित मुख्य संदेश क्या है?
उ. यह कविता सिखाती है कि हमें स्वतंत्रता की लौ को कभी बुझने नहीं देना चाहिए और शहीदों के बलिदान को सदैव याद रखना चाहिए।
प्र.30. इस कविता का उपयुक्त शीर्षक क्या हो सकता है?
उ. इस कविता का उपयुक्त शीर्षक “स्वतंत्रता की अमर ज्योति”, “अमर दीपक” या “स्वतंत्र भावना का गान” हो सकता है।
Answer by Dimpee Bora