Chapter:17

बच्चे काम पर जा रहे हैं 


1. कविता की पहली दो पक्तियों को पढ़ने तथा विचार करने से आपके मन-मस्तिष्क में जो चित्र उभरता है उसे लिखकर व्यक्त कीजिए।

उत्तर: कविता की पहली दो पंक्तियों को पढ़ने से हमारे मन में कुछ गरीब बच्चों की दयनीय स्थिति का चित्र उभरता है। आर्थिक स्थिति के खराब होने के कारण उनका बचपन खो गया है। अपनी तथा अपने परिवार की ज़िम्मेदारियों को उठाते-उठाते उनके दो हाथ निरंतर क्रियाशील हैं। इनकी आँखों में कुछ सपने हैं जिन्हें पूरा नहीं कर सकते।

 

2. कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रुप में पूछा जाना चाहिए कि ' काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?' कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रुप में क्यों पूछा जाना चाहिए?

उत्तर:        कवि का मानना है कि बच्चों के काम पर जाने की भयानक बात को विवरण की तरह न लिखकर सवाल के रुप में पूछा जाना चाहिए कि ' काम पर क्यों जा रहे हैं बच्चे?' कवि की दृष्टि में उसे प्रश्न के रुप में पूछा जाना चाहिए क्योंकि-  बच्चों की इस स्थिति के लिए समाज जिम्मेवार है।


3. सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों हैं?

उत्तर: सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से वंचित होने का सबसे मुख्यकारण  है गरीबी । इस कारण गरीब माता-पिता न चाहकर भी अपने बच्चों को काम पर भेजने के लिए विवश हो जाते हैं। गरीबी के कारण जब माता-पिता बच्चों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध नहीं करा पाते हैं तो उन्हें खिलौने कहाँ से देंगे।


4. दिन- प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देख रहा/ रही है, फिर भी किसी को कुछ अटपटा नही लगता। इस उदासीनता के क्या कारण हो सकते हैं?

उत्तर: दिन- प्रतिदिन के जीवन में हर कोई बच्चों को काम पर जाते देखकर भी किसी को कोई अटपटा नहीं लगता क्योंकि-  आजकल तंगी बहुत बड़ गयी हैं, आवश्यकताएँ बढ़ती रहती हैं। और लोगों की आयु कम होती जा रही हैं।


5. आपने अपने शहर में बच्चों को कब-कब और कहाँ-कहाँ काम करते हुए देखा है?

उत्तर: बच्चों चाय की दुकान पर काम करते हैं, होटल मे बर्तन साफ करते हैं। और बहुत सारे काम है,  दूसरों के घर में काम करना। 


6. बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है?

उत्तर: बच्चों का काम पर जाना एक बड़े हादसे के समान इसलिए है क्योंकि खेलने-कूदने और पढ़ने-लिखने की उम्र में काम करने से बालश्रमिकों का भविष्य नष्ट हो जाता है। उनका भविष्य अंधेरा मय हो जाता हैं।


DIKHA BORA


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